अयोध्या, भारत का एक पवित्र नगर, जहां प्रभु श्रीराम का जन्म हुआ, सदियों से धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता का केंद्र रहा है। परंतु यह स्थान पिछले कुछ दशकों में धार्मिक विवादों और संघर्षों का प्रतीक भी बन गया। राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विवाद भारतीय राजनीति और समाज में एक गहरा प्रभाव डालने वाला मुद्दा रहा है। इस लेख में हम इस विवाद की शुरुआत से लेकर मंदिर निर्माण तक की यात्रा को समझेंगे ...
![](https://static.wixstatic.com/media/85c06c_715c5a090c3845d28e26a00c5a1c08b8~mv2.jpg/v1/fill/w_980,h_551,al_c,q_85,usm_0.66_1.00_0.01,enc_auto/85c06c_715c5a090c3845d28e26a00c5a1c08b8~mv2.jpg)
1. विवाद की शुरुआत
मुगल बादशाह बाबर के सेनापति मीर बाकी द्वारा 1528 में अयोध्या में राम मंदिर को तोड़कर एक मस्जिद बनवाई गई, जिसे बाबरी मस्जिद के नाम से जाना जाता था। लेकिन हिंदू समाज का मानना था कि उस स्थान पर राम जन्मभूमि स्थित थी, जहां भगवान राम का जन्म हुआ था। इस मान्यता के आधार पर हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विवाद की शुरुआत हुई।
![](https://static.wixstatic.com/media/85c06c_2466a208e56e490bbad1c92695ff370c~mv2.jpg/v1/fill/w_770,h_433,al_c,q_80,enc_auto/85c06c_2466a208e56e490bbad1c92695ff370c~mv2.jpg)
2. कानूनी लड़ाई का आगाज
1859 में ब्रिटिश सरकार ने विवादित स्थल के चारों ओर बाड़ लगाकर हिंदुओं और मुसलमानों को अलग-अलग स्थानों पर पूजा करने की अनुमति दी। लेकिन यह विवाद यहीं नहीं रुका। 1949 में विवादित स्थल पर भगवान राम की मूर्तियों का प्रकट होना इस बात का प्रतीक था की उस स्थान पर मंदिर था, और वही राम जन्मभूमि का स्थान है, लेकिन मुसलमान इस बात को मान नही रहे थे और हिन्दू शांति के साथ इसमे समझौता चाहता था |
![](https://static.wixstatic.com/media/85c06c_fa7f8a78bbe14ccdacced418640f1d36~mv2.jpg/v1/fill/w_980,h_551,al_c,q_85,usm_0.66_1.00_0.01,enc_auto/85c06c_fa7f8a78bbe14ccdacced418640f1d36~mv2.jpg)
3. विवादित ढांचे का ध्वंस और इसके परिणाम
6 दिसंबर 1992 को कारसेवकों द्वारा बाबरी मस्जिद को ढहा दिया गया, जिसके बाद पूरे देश में सांप्रदायिक हिंसा फैल गई। बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद न्यायालय में अनेक मामले दायर हुए और लंबी कानूनी लड़ाई हुई।
![](https://static.wixstatic.com/media/85c06c_71c9b9d2b61246349c5696878a69dca0~mv2.jpg/v1/fill/w_730,h_548,al_c,q_85,enc_auto/85c06c_71c9b9d2b61246349c5696878a69dca0~mv2.jpg)
4. सर्वोच्च न्यायालय का ऐतिहासिक फैसला
नवंबर 2019 में, भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने राम जन्मभूमि के पक्ष में ऐतिहासिक फैसला सुनाया, जिससे मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हुआ। अदालत ने विवादित जमीन को राम जन्मभूमि न्यास को सौंपने का आदेश दिया, जबकि मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में कहीं और मस्जिद के निर्माण के लिए भूमि देने का निर्देश दिया।
![](https://static.wixstatic.com/media/85c06c_18ff7dbd6f0c4780bd4f33c266e4aa88~mv2.jpg/v1/fill/w_730,h_470,al_c,q_80,enc_auto/85c06c_18ff7dbd6f0c4780bd4f33c266e4aa88~mv2.jpg)
5. राम मंदिर का शिलान्यास और निर्माण
5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राम मंदिर का शिलान्यास किया गया, जो न केवल भारत बल्कि विश्व भर के हिंदुओं के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था। वर्तमान में राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से जारी है, जो भारतीय संस्कृति और धर्म की महिमा को पुनर्स्थापित करने का प्रतीक है।
![](https://static.wixstatic.com/media/85c06c_b7ff2f233ebc4c7481dffc95ea241b5d~mv2.jpg/v1/fill/w_960,h_540,al_c,q_85,enc_auto/85c06c_b7ff2f233ebc4c7481dffc95ea241b5d~mv2.jpg)
अयोध्या राम मंदिर की यह यात्रा संघर्ष, धैर्य और आस्था की कहानी है। यह विवादित स्थल अब एक भव्य राम मंदिर में बदल रहा है, जो न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि भारतीय इतिहास और संस्कृति का एक अमिट अध्याय भी है।
Report By.. Siddharth Tripathi
jai shree ram