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कवन सो काज कठिन जग माही ।
जो नहीं होई तात तुम पाही ।।
पण्डित धीरेन्द्र शास्त्री जी भी कहते है की इस चौपाई का जाप करने मात्र से आपके सभी प्रकार के कष्ट ,दुख दूर हो जाते है, ओर आपके बिगड़े काम भी बनने लगते है।
इस चौपाई मे बहुत ताकत है, इसे कहने से हनुमान जी के रोंगटे खड़े हो जाते है इसका मतलब है ,
हे बजरंगबली इस सारे जगत मे येसा कोन सा कठिन काम है , जो हे तात; तुमसे न हो ॥
यह चौपाई किष्किंधा कांड की है, यह चौपाई लगभग हर किसी के मुख पर रटी रहती है ॥
एस चौपाई का पाठ १०८ बार प्रतिदिन करे जीवन मे बदलाओ जरूर नजर आएगा ॥
सबका मंगल हो
Report By : Siddharth Tiwari
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